NEEMUCH

नीमच टूडे न्यूज़। ग्राम पंचायत की सुस्ती, अतिक्रमणकारियों का बढ़ता मनोबल और राजस्व विभाग की उदासीनता इन सबका खामियाज़ा अब दड़ौली और पानोली सहित दो गांवों के सैकड़ों किसानों को भुगतना पड़ सकता है। वर्षों से लंबित पानोली-जनकपुर संपर्क मार्ग का निर्माण कार्य एक बार फिर अधर में लटक गया है, जिससे बारिश के मौसम में खेतों तक पहुंच और श्मशान घाट तक रास्ता बाधित होने की आशंका बढ़ गई है।
गौरतलब है कि यह मार्ग विधायक ओमप्रकाश सखलेचा की पहल पर दो वर्ष पूर्व स्वीकृत हुआ था। मार्ग का एक हिस्सा पिछले वर्ष बना भी, लेकिन अब दड़ौली से श्मशान घाट तक के 800 मीटर हिस्से का कार्य विवादों में घिर गया है।


सरपंच प्रवीण नागोरी ने बताया कि मार्ग के चौड़ीकरण के दौरान अतिक्रमण हटाने के लिए ग्रामीणों से बातचीत की गई और निर्माण कार्य प्रारंभ भी हुआ। लेकिन कुछ किसानों ने मार्ग में अपनी मर्जी से बदलाव कराने का दबाव बनाया, जिससे अन्य ग्रामीणों ने आपत्ति जताई और न्यायपूर्ण रूप से 24 फीट चौड़े मार्ग की मांग रख दी। इस आपसी खींचतान के चलते कार्य 20 दिनों से ठप पड़ा है।
सरपंच का कहना है कि मार्ग निर्माण के लिए जरूरी भूमि आवंटन हेतु पटवारी और तहसीलदार से संपर्क किया गया है, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। मार्ग की ऊंचाई बढ़ाने के लिए मिट्टी भराव कर दी गई है, लेकिन अब बरसात का मौसम सिर पर है, और यह अधूरी सड़क कीचड़ व फिसलन से पैदल चलने लायक भी नहीं रहेगी।


इस मार्ग से न सिर्फ गांव का श्मशान घाट जुड़ा हुआ है, बल्कि कई किसानों के खेत भी इसी रास्ते से पहुंच योग्य हैं। यदि कार्य जल्द पूरा नहीं हुआ तो वर्षाकाल में अंतिम संस्कार या कृषि कार्य दोनों ही बुरी तरह प्रभावित हो सकते हैं। कांग्रेस महामंत्री जिनेन्द्र नागोरी ने प्रशासन को चेताते हुए कहा है कि यदि सोमवार तक मार्ग निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ, तो वे जिलाधीश से मिलकर आंदोलन की चेतावनी देंगे। उन्होंने कहा कि कार्य में देरी के लिए समस्त जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी।