नीमच टूडे न्यूज़ l नीमच के रेवली देवली विद्यालय में 7 छात्रों के निष्कासन और 2 पर FIR दर्ज होने की घटना के विरोध में गुर्जर समाज में भारी आक्रोश देखने को मिला। समाज ने इसे राजनीतिक दबाव में लिया गया एकतरफा और अन्यायपूर्ण फैसला करार दिया। इस कार्रवाई के विरोध में गुर्जर समाज जिला अध्यक्ष चंपालाल गुर्जर के नेतृत्व में बड़ी संख्या में समाजजन एकजुट होकर नीमच सिटी थाने का घेराव करने के बाद रैली के रूप में कलेक्टर कार्यालय पहुँचे। और वहाँ प्रदर्शन करते हुए प्रशासन को अपनी माँगों से अवगत कराया। समाज के जिला अध्यक्ष चंपालाल गुर्जर का कहना है कि जब तक निष्कासित छात्रों को पुनः प्रवेश नहीं दिया जाता, वे पीछे नहीं हटेंगे और झालरी गाँव के सभी बच्चों को स्कूल नहीं भेजा जाएगा। समाज ने यह भी चेतावनी दी कि यदि उनकी माँगों की अनदेखी की गई, तो वे जनहित में बड़ा आंदोलन शुरू करेंगे, जिसमें दूध सप्लाई रोकना, शहर बंद करना और सड़कों पर जाम लगाना जैसी कड़ी कार्रवाई शामिल हो सकती है। समाज ने यह भी माँग की कि विद्यालय प्राचार्य का राजनीतिक दबाव में हुआ स्थानांतरण तुरंत रोका जाए और वर्षों से लंबित हाई सेकंडरी स्कूल की माँग को पूरा किया जाए। घटना में शामिल रहे पीड़ित छात्र ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि आरोपी छात्रों में कक्षा 12वीं आर्ट्स के राज, राजेन्द्र, वीरेंद्र और उनके अन्य साथी शामिल थे। उन्होंने जानबूझकर झगड़ा किया, पीड़ित छात्र को अपशब्द कहे, उसकी विकलांगता को लेकर चिढ़ाया गया और उसके साथ मारपीट की गई । पीड़ित छात्र की मांग है कि उन्हें स्कूल में पुनः दाखिला दिया जाए और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। साथ ही बताया गया कि गांव का रास्ता भी खोद दिया गया है ताकि वहां से आवाजाही बंद हो जाए।