NEEMUCH
विधानसभा में अनुपूरक बजट पर चर्चा के दौरान विधायक ओमप्रकाश सखलेचा ने उठाया मुद्दा
- नगरीय प्रशासन विभाग ने ऊर्जा आत्मनिर्भरता के लिए 7 परिषदों को फंड पर सहमति दिखाई
- सीएम राइज (सांदीपनी) स्कूल को दो शिफ्ट में संचालित करने की जरूरत पर दिया जोर।
नीमच टुडे न्यूज | मध्यप्रदेश विधानसभा में तृतीय अनुपूरक बजट पर हुई चर्चा के दौरान जावद विधायक ओमप्रकाश सखलेचा ने अपने क्षेत्र से जुड़े दो महत्वपूर्ण मुद्दों को बेहद मजबूती के साथ सदन में रखा। उन्होंने कहा कि यह अनुपूरक बजट आवास, लाड़ली बहना, सिंचाई, पंचायत, उद्योग व शिक्षा जैसे प्रमुख क्षेत्रों में संतुलित प्रावधानों के साथ ग्रामीण और शहरी विकास की दिशा में बड़ा कदम है। इसी क्रम में उन्होंने जावद की नगर परिषदों को ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने और सीएम राइज स्कूल को दो शिफ्ट में संचालित करने की मांग सदन में प्रमुखता से रखी।
सातों नगर परिषदों को 1–1 करोड़
विधायक सखलेचा ने बताया कि नगर परिषदों के बिजली खर्च को कम करने एवं भविष्य में स्वयं ऊर्जा उत्पादन की दिशा में कार्य करने के लिए नगरीय प्रशासन विभाग द्वारा जावद क्षेत्र की सभी सात नगर परिषदों को एक–एक करोड़ रुपये दिए जाने पर सहमति बनी है।उन्होंने कहा कि यह पहल न केवल निकायों को बिजली व्यय से राहत देगी बल्कि आने वाले वर्षों में शहरी विकास गति भी तेज करेगी।
सदन में खूब बोले विधायक सखलेचा
-शिक्षा व्यवस्था को विकास का आधार बताते हुए सखलेचा ने कहा कि उनकी विधानसभा में स्थापित सीएम राइज स्कूलों को शुरुआत के कुछ महीनों में ही आईएसओ सर्टिफिकेशन तक मिला, जो सरकारी शिक्षा की गुणवत्ता का प्रमाण है। बढ़ती छात्रसंख्या और मांग को देखते हुए उन्होंने सदन में विद्यालय को दो शिफ्ट में संचालित करने की मांग रखी, ताकि अधिक से अधिक बच्चों को उत्कृष्ट शिक्षा का अवसर मिल सके।
हाईटेक सोच को हो सखलेचा जी- विजयवर्गीय
नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने “शिक्षा के क्षेत्र में सखलेचा लगातार उल्लेखनीय कार्य कर रहे हैं। अच्छे नंबर से पास होने वाले विद्यार्थियों को कंप्यूटर देने से लेकर AI शिक्षा और विदेश अध्ययन तक उनके प्रयास प्रेरणादायी हैं।”
ऊर्जा में आत्मनिर्भर बनेगी नगर परिषदें
विधानसभा में अनुपूरक बजट पर हुई चर्चा में जावद विधायक ओमप्रकाश सखलेचा ने स्पष्ट किया कि ऊर्जा आत्मनिर्भर नगर परिषद व दो शिफ्ट का सीएम राइज स्कूल आने वाले समय में क्षेत्र को शिक्षा और विकास दोनों मोर्चों पर मजबूत आधार देंगे। सदन में उठाए गए दोनों प्रस्ताव जावद क्षेत्र की भविष्य की दिशा निर्धारित करने वाले माने जा रहे हैं।
