NEEMUCH

नीमच टुडे न्यूज़ | नीमच लगभग डेढ़ सदी पुराने ऐतिहासिक नीमच रेलवे स्टेशन पर इन दिनों विकास की तेज रफ्तार देखी जा रही है। वर्ष 1880 में स्थापित यह धरोहर अब अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत आधुनिक स्वरूप में तेजी से बदल रही है। स्टेशन के नवीनीकरण का लगभग 90 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है, जबकि शेष कार्य अंतिम चरण में हैं। करीब 3 करोड़ रुपये की लागत से स्टेशन का रूप ऐसा निखरा है कि यात्री इसे देखकर गर्व महसूस कर रहे हैं। स्टेशन का मुख्य प्रवेश द्वार,वेटिंग रूम,कवर शेड सहित अधिकांश संरचनात्मक काम पूरे हो चुके हैं। स्टेशन परिसर में लागू “वन स्टेशन, वन प्रोडक्ट” (OSOP) योजना ने नई पहचान बनाई है। यहाँ स्थानीय कारीगरों और हस्तशिल्पकारों को अपने स्वदेशी उत्पाद बेचने का अवसर मिला है, जिससे यात्रियों को स्थानीय वस्तुएँ एक ही स्थान पर उपलब्ध हो रही हैं। नॉन-फेयर रेवेन्यू के अंतर्गत बनाई जा रही हार्ड कैंटीन यात्रियों की सेवाओं को और बेहतर बनाएगी। साथ ही, यात्रियों की सुविधा के लिए स्टेशन पर लिफ्ट लगाने का कार्य भी लगभग पूरा हो चुका है।पत्रकारों से संवाद के दौरान पीआरओ खेमराज मीना, वाणिज्य निरीक्षक प्रवीण ओझा और स्टेशन मास्टर वी.के. विश्वा ने बताया कि स्टेशन की ऐतिहासिक धरोहर को सुरक्षित रखते हुए इसे अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस किया जा रहा है।करीब 150 वर्ष पुराना नीमच रेलवे स्टेशन अब पूरी तरह नए, भव्य और आकर्षक स्वरूप में बदलने के अंतिम पड़ाव पर है। यह स्थानीय यात्रियों के लिए गर्व और सुखद बदलाव का प्रतीक बन गया है।