नीमच टूडे न्यूज़ | नीमच 29 अक्टूबर 2024, मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने धनवंतरी जयंती के अवसर पर नीमच
के श्री विरेन्द्र कुमार सखलेचा शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय में नवप्रवेशी चिकित्सा छात्र-
छात्राओं और मेडिकल कॉलेज के स्टाफ से संवाद किया।
मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने कहा, कि देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी एवं प्रदेश
सरकार निरंतर देश एवं प्रदेश में चिकित्सा शिक्षा को बढावा देने एवं चिकित्सा सेवाओं की
बेहतरी के लिए कार्य कर रही है। पहले प्रदेश में 17 मेडिकल कॉलेज थे, आज 3 नये मेडिकल
कॉलेजों की सौगात प्रदेश को प्रधानमंत्री जी से मिली है। उन्होने कहा, कि चिकित्सा शिक्षा
प्राप्त कर मानवता की सेवा का सुअवसर मिल रहा है। चिकित्सक सनातन संस्कृति में
भगवान के रूप में देखे जाते है। मुख्यमंत्री ने कहा, कि चिकित्सक पीडित मानवता की सेवा
करते है। दीन दुखियों, रोगियों को कष्टों, रोगों से मुक्ति दिलाते है। इसलिए चिकित्सक केा
सनातन संस्कृति में सर्वोच्च सम्मानित माना जाता है। चिकित्सक ईश्वर के रूप में देखे
जाते है। मुख्यमंत्री ने सभी चिकित्सा छात्रों को शुभकामनाएं देते हुए कहा, कि वे अच्छे
चिकित्सक बनकर यहां से निकले और देश, प्रदेश एवं दुनिया में नाम रोशन करें।
मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव से संवाद करते हुए ग्वालियर निवासी मेडिकल छात्रा मुस्कान
एवं मनासा जिला नीमच निवासी श्री कर्तव्य राठौर ने कहा, कि मेडिकल कॉलेज में 50 से सीटे
बढाकर 100 सीटे कर देने से प्रदेश के विद्यार्थियों को चिकित्सा अध्ययन का लाभ मिला है।
इसके लिए छात्र-छात्राओं ने मुख्यमंत्री जी को धन्यवाद देते हुए उनका आभार जताया।
मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने नव प्रवेशी चिकित्सा छात्रों से संवाद करते हुए कहा, कि नीमच में नवीन
मेडिकल कॉलेज प्रारंभ हो जाने से जिले एवं प्रदेश के अन्य जिलो से विद्यार्थियों को भी
चिकित्सा शिक्षा का अवसर मिला है। इस मौके पर कॉलेज के डीन डॉ.अरविंद घनघोरिया ने
नीमच के मेडिकल कॉलेज में नव प्रवेशित विद्यार्थियों, पदस्थ स्टाफ एवं उपलब्ध सुविधाओं
के बारे में विस्तार से अवगत कराया।
इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री श्री जगदीश देवडा, उप मुख्यमंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल एवं
महिला एवं बाल विकास तथा जिले की प्रभारी मंत्री श्रीमती निर्मला भूरिया, क्षेत्रिय सांसद श्री
सुधीर गुप्ता, विधायक जावद श्री ओमप्रकाश सखलेचा, विधायक नीमच श्री दिलीप सिह परिहार,
मनासा विधायक श्री अनिरूद्ध मारू, भी विशेष रूप से उपस्थित थे।