जिस परिवार में शांत स्वभाव के लोग रहते हैं वहां लक्ष्मी का निवास होता है- साध्वी अमिदर्शा श्री जी मसा | @NeemuchToday

नीमच टुडे न्यूज़। जिस घर में परिवारजन आपस में प्रेम सद्भाव से रहते हो, जहां कभी विवाद नहीं होता हो, उस घर में सुख समृद्धि, शांति और लक्ष्मी भी वहां निवास करती है।।यह  बात साध्वी अमीदर्शा श्री जी मसा ने कही। वे श्री जैन श्वेतांबर भीडभंजन पार्श्वनाथ मंदिर ट्रस्ट नीमच के तत्वावधान में आयोजित अमृत प्रवचन श्रृंखला में बोल रही थी। उन्होंने कहा कि यदि घर में पलंग पर लाल कपड़ा या चादर बिछाते हैं तो उसे घर में झगड़ा होता है इसलिए लाल कपड़े का उपयोग नहीं करना चाहिए और सफेद चादर का ही उपयोग करना चाहिए। नवकार मंत्र के निरंतर जाप से हीमोग्लोबिन की कमी भी दूर होती है और शरीर स्वस्थ रहता है।

यदि हम निरंतर नियमित अपने सांसारिक कार्यक्रमों के दौरान पाप कर्म से बचाव करते हैं सावधानी रखने हैं तो हमारे अंतरात्मा निर्मल और जागृत होती है और हमारा पुण्य कर्म बढ़ता है और पुण्य निगम बनने से ही आत्मा का कल्याण होता है। हम चाहे करोड़ों रुपए के बंगले बना ले लेकिन हमारी शाश्वत मृत्यु का समय तय होता है। वह कब आएगी यह किसी को पता नहीं होता है इसलिए सदैव निरंतर पुण्य कर्म करते रहना चाहिए ताकि कभी मृत्यु आ भी जाए तो वह पुण्य कर्म हमारी मृत्यु को सद्गति प्रदान करने में सहायक हो सकते है।

-धर्म सभा में लब्धि पूर्णा श्री जी महाराज साहब ने कहा कि सिद्ध चक्र की आराधना की साधना का केंद्र होता है। कुंभल राणा को अनुभव हुआ था कि उन्हें योग्यता से अधिक मिल रहा है इसलिए उन्हें अच्छी शांति नहीं मिलेगी लेकिन आधुनिक युग में व्यक्ति योग्यता से अधिक प्राप्त करने की इच्छा के कारण पाप कर्म की ओर अग्रसर हो जाता है इसलिए हमें हर वस्तु पर संयम रखना चाहिए। मैयना सुंदरी ने कहा कि उन्होंने पंच की साक्षी व पिता की उपस्थिति में एक बार जिसको पति स्वीकार कर लिया अब उसमें जीवन पर्यंत परिवर्तन नहीं हो सकता है क्योंकि सती स्त्री कभी दूसरे पुरुष की इच्छा नहीं।

 नवपद ओली जी तपस्या पर अभिषेक वअमृत प्रवचन कल

श्री जैन श्वेताम्बर भीडभंजन पार्श्वनाथ मंदिर ट्रस्ट नीमच के तत्वावधान में साध्वी अमीदर्शा श्री जी महाराज साहब के पावन सानिध्य में  पुस्तक बाजार स्थित श्री भीडभंजन पार्श्वनाथ मंदिर परिसर में अभिषेक कल रविवार सुबह 6:30 बजे तथा प्रतिदिन नवपद ओली जी तपस्या की आराधना के विषय परअमृत धर्म सभा प्रवचन श्रृंखलाआयोजित हो रही है सभी समय पर उपस्थित होकर धर्म  तत्व ज्ञान गंगा का पुण्य लाभ ग्रहण करें।

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