नीमच टुडे न्यूज़ | नगर पंचायत अठाना के अधिकारियों पर एक गंभीर आरोप लगा है। स्थानीय निवासी मोहनी बाई (74) को प्रशासन ने मृत घोषित कर दिया है, जिसके कारण उनकी विधवा पेंशन बंद कर दी गई है। इस संबंध में मोहनी बाई के भाणेज मनीष दास बैरागी ने एक वीडियो वायरल किया है, जिसमें उन्होंने SDM जावद से मामले में कार्रवाई की मांग की है। अठाना वार्ड नंबर 14, अठाना निवासी मोहनी बाई पति स्व. घनश्याम दास बैरागी (74) ने उनके भाणेज (दोहिता) मनीष दास बैरागी के साथ SDM जावद को एक आवेदन भी दिया है। जिसमें बताया गया है कि नौकरशाहों की लापरवाही से उसे मृत घोषित कर दिया गया।
मोहन बाई बैरागी ने एसडीएम राजेश शाह को दिए आवेदन में बताया है कि उसे पेंशन नहीं मिलने के कारण बस्ती में भीख मांगकर गुजारा करना पड़ रहा है। नगर पंचायत में कई बार आवेदन दिए गए। हालांकि, उसकी पेंशन शुरू नहीं की गई। भाणेज मनीष ने जब मामले को लेकर दफ्तर पहुंचे। तो उन्हें मोहन बाई बैरागी को मृत बता दिया गया। जबकि उसके स्थान पर किसी अन्य मोहनबाई को पेंशन का भुगतान किया जा रहा है। जिसकी मौत दो साल पहले हो चुकी है। पीड़िता बैरागी ने एसडीएम राजस्व से पेंशन दिलाने और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। गौरतलब है कि जावद और अठाना नगर परिषद को एक ही सीएमओ के भरोसे संचालित हो रही और सीएमओ को भी लंबे समय से तबादला नहीं हुआ। चुनाव के दौरान प्रशासन के द्वारा मन्दसौर जिले में तबादला भी किया था। हालांकि, वे अपने जोड़ तोड़ से फिर जावद में पदस्थ हो गए।
नगर परिषद अठाना के CMO जगजीवन शर्मा ने इस मामले में मीडिया को बताया कि पूरे मामले की जांच कर रहे हैं। गलती से किसी अन्य मृतक मोहनी बाई की जगह मोहनी बाई बैरागी नाम मृतक सूची में दर्ज हो गया। जिसके चलते उनकी पेंशन बंद हो गई थी। जिस मृत महिला के खाते में पेंशन जा रही थी। उस पूरे मामले में गलती सुधारी जा रही है।