छह महीने पहले जमुनियाकलां की सरकारी जमीन पर बने कालोनी नगर का मामला अभी तहसील न्यायालय में चल रहा है बावजूद इसके कालोनाइजर ने दीपावाली का फायदा उठाकर लोगों को प्लाट बेचना शुरू कर दिए हैं कालोनाइनजर लोगों को धोखे में रखकर प्लाट बेच रहा है, जिससे सावधान रहने की जरूरत है, वरना लोगों प्लाट लेकर फंस सकते हैं।
नीमच टूडे न्यूज | छह महीने पहले ग्राम जमुनिया कलां की कालानी नगर का मामला सामने आया था। कालानी नगर जिन सर्वें नंबर पर बना हुआ है, उनमें सर्वे नंबर-320 की 0.50 हेक्टेयर जमीन सरकारी है, जिस पर कालोनाइजर ने कालानी नगर का मुख्य रास्ता निकाल दिया हें। सरकारी जमीन का रास्ता होने के बावजूद मिलीभगत से डायर्वशन भी कर दिया गया है और अब प्लाट भी बेचे जा रहे हैं। इस मामले में शिकायत होने पर तत्कालीन कलेक्टर दिनेश जैन ने जांच के आदेश दिए थे उसके बाद मामला तहसीलदार न्यायालय में पहुंच गया था अभी मामला नीमच के तहसीलदार न्यायालय में लंबित बताया जा रहा है और कोई निर्णय नहीं हुआ, बावजूद इसके कालोनाइजर लोगों को धोखे में रखकर प्लाट बेच रहा हैं।
टीएनसीपी खमोश- माहौर भूमिका संदिग्ध
इस पूरे मामले में टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग के मानचित्रकार अधिकारी सुनील माहौर की भूमिका भी संदिग्ध नजर आ रही है। जिस वक्त यह मामला सामने आया था तब टाउन एंड कंट्री प्लानिग विभाग के सुनील माहौर सवाल उठे थे उन्होंने ने मौके पर पहुंचकर स्थिति देखी थी और अनियमितताएं पाई थी और नोटिस भी जारी किए थे। लेकिन बाद में कार्यवाही नहीं हुई।
पटवारी ने कहा- सरकारी जमीन तो हैं
इधर पूरे मामले में गांव के विनोद पटवारी ने कहा मैंने जांच की थी तो सर्वे नंबर-320 सरकारी जमीन आई थी रिपोर्ट अधिकारियों को प्रेषित की। मामला तहसील न्यायालय में है लेकिन क्या हुआ, यह जानकारी नहीं।
एसडीएम ने कहा, दिखवाते हैं
इस मामले में तहसीलदार प्रेमशंकर पटेल ने कहा मामला अभी पेडिंग हैं, वहीं एसडीएम डॉ. ममता खेड़े ने कहा मैं मामला मेरे संज्ञान में नहीं हैं दिखवाती हूं।
सरकारी जमीन पर कलानी द्वारा निकला गया रास्ता--
कालोनी के बीच मार्ग पर नजर आ रही है सरकारी जमीन
ई-पौर्टल पर नजर आती सरकारी जमीन सर्वे नंबर-320