नीमच टूडे न्यूज़ | जबलपुर हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस साहब द्वारा वकीलों की मांगें पूरी करने आश्वासन देने के बाद उन्होंने अपनी हड़ताल समाप्त कर दी है। गुरूवार को हुई साधारण सभा की बैठक में सर्वानुमति से यह निर्णय लिया गया। शुक्रवार से रविवार तक तीन दिन अवकाश होने से अब सभी वकील सोमवार को दोपहर 2 बजे से काम पर लौट जाएंगे। इसके पूर्व वह नई बिल्डिंग में आरक्षित कक्ष को हैंडओवर कर कुछ व्यवस्थाआें का इंतजाम करेंगे।
कलेक्टोरेट के पास नवनिर्मित जिला न्यायालय भवन में पक्षकार व वकीलों की उचित बैठक व्यवस्था नहीं होने से 1 अप्रैल से कार्य से विरत रहकर वहीं गेट पर धरना आंदोलन किया जा रहा था। इस दौरान उन्होंने अपनी मांगों के निराकरण की मांग को लेकर चरणबद्ध तरीके से विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान तपती धूप में धरने पर बैठ वकीलों ने जो काफी संघर्ष किया। जिसे आखिर सफलता मिल ही गई है। हड़ताल के दौरान ही संघ की ओर से भेजे गए पदाधिकारियों के प्रतिनिधि मंडल का जबलपुर पहुंच हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस साहब से मिला। उनकी यह मुलाकात सफल रही और उसमें सकारात्मक परिणाम भी अधिवक्ताओं के पक्ष में मिले है। इसके बाद में गुरूवार दोपहर 3 बजे पुरानी कोर्ट परिसर स्थित जिला अभिभाषक संघ कक्ष में आवश्यक साधारण सभा हुई। प्रारंभ में अध्यक्ष मनीष जोशी ने विषय की जानकारी दी। इसके बाद जबलपुर से लौटे उपाध्यक्ष शांतिलाल जैन, सचिव देवेंद्र कैथवास और सहसचिव मनोज प्रजापति ने चीफ जस्टिस साहब से हुई चर्चा को विस्तार से सभी के सामने बताया। उन्होंने कहा कि न्यायमूर्ति ने प्रतिनिधि मंडल से बहुत ही सहज रूप में बातचीत की। हमारी प्रत्येक बात को सुना और स्वयं नोट भी किया। साथ ही हमारी सभी मांगों को निराकरण करने का आश्वासन दिया। इसके बाद सभा में उपस्थित कई वकीलों ने अपने विचार रखे। जिसमें अधिकांश ने सीजे साहब के आश्वासन पर विश्वास करते हुए फिलहाल हड़ताल खत्म करके काम पर लौटने की बात कही। इसके बाद अंत में अध्यक्ष मनीष जोशी ने बहुमत से आए विचारों के बाद कार्यकारिणी की ओर से लिए गए निर्णय को सुनाया। उन्हांने कहा कि सीजे साहब के आश्वासन के आधार पर अभी हड़ताल समाप्त की जाती है। साथ ही नए कोर्ट परिसर में बनाए गए बार रूम में तो कोई नहीं बैठेगा। सीजे साहब ने हमारी वैकल्पिक व्यवस्था के लिए प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश से चर्चा करने को कहा है। तब तक अब इंतजार करेंगे और पुरानी कोर्ट परिसर में ही मौजूद रहकर जैसे तेसे न्यायिक कार्य करेंगे। साथ ही सीजे साहब से हुई चर्चा के आधार वहीं प्रतिनिधि मंडल प्रधान जिला एवं स़त्र न्यायाधीश से मिलेगा और अब उनसे भी सकारात्मक सहयोग देने की मांग की जावेगी। साधारभा सभा की इस बैठक में बड़ी संख्या में महिला-पुरूष अधिवक्ता मौजूद थे।
सीजे साहब ने यह दिया आश्वासन-
प्रतिनिधि मंडल ने बताया कि सीजे साहब ने आश्वासन दिया हैं कि नए भवन में स्थित तीनों बार रूम में वह हाईकोर्ट की ओर से पानी की लाइन, एसी कनेक्शन और अटैच लेटबाथ बनाया जाएगा। साथ ही टाइपिंग कक्ष और दस्तावेज कक्ष भी अभिभाषक संघ को देने की बात कही है। इसके अलावा परिसर में आवंटित करीब 6 हजार वर्ग फीट भूमि पर चैंबर निर्माण के लिए अगर संघ के पास अभी पर्याप्त बजट की व्यवस्था नहीं है तो उसकी भी चिंता करने की जरूरत नहीं है। उसमें भी वह सरकार से मदद दिलाकर भव्य बिल्डिंग बनवाकर देंगे। इस तरह लगभग वकीलों की सभी परेशानी को दूर करना का सीजे साहब ने प्रतिनिधि मंडल से वादा किया है।
सोमवार को दोपहर बाद से करेंगे काम-
संघ अध्यक्ष मनीष जोशी ने बताया कि वकीलों की जायज मांग को लेकर चल रहे आंदोलन को सफलता मिली है। जिसे सीजे साहब से संज्ञान में लेकर उनका निराकरण करने का आश्वासन दिया है। इसलिए सोमवार को उनकी आश्वासन का सम्मान करते हुए संघ ने निर्णय लिया हैं कि हड़ताल खत्म कर सोमवार को दोपहर 2 बजे बाद सभी काम पर लौट जाएंगे। इसके पहले 11 से 2 बजे के बीच सीजे साहब से हुई चर्चा के अनुसार वकीलों के लिए आरक्षित बार रूम, लाइब्रेरी व अन्य कक्षों को विधिवत हैंडओवर किया जाएगा।
अधिवक्ता काला पर की जाए कार्रवाई-
साधारण की बैठक में जिला अभिभाषक संघ के विपरित गतिविधियां करने वाले अधिवक्ता काला परिवार के 4 सदस्यों को लेकर भी चर्चा हुई। जिसमें अधिकांश ने उनकी संध से सदस्या समाप्त करने और सख्त कार्रवाई करने की बात कही। इतना ही नहीं एक वरिष्ठ अधिवक्ता ने तो यह तक कह दिया गया हम उन सभी का सोश्यल बायकट भी करें। क्योंकि आर्थिक व शारीरिक से मानसिक रूप से कष्ट ज्यादा दुख दायी होता है। संघ सर्वापरी होता है और अगर कोई भी संघ के खिलाफ जाए तो उसे ऐसी सजा मिलना चाहिए ताकि भविष्य में कोई दूसरा व्यक्ति किसी के बहकावे में आकर ऐसा नही करें।