भोपाल में वैश्य महासम्मेलन का संवाद कार्यक्रम संपन्न:  संगठित समाज की दिशा में सशक्त पहल |@NeemuchToday

नीमच टूडे | वैश्य महासम्मेलन मध्य प्रदेश द्वारा आयोजित वैश्य घटकों के अध्यक्षों के साथ संवाद कार्यक्रम का आयोजन आज भोपाल स्थित होटल औशान में बड़े ही गरिमामय वातावरण में संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता महासम्मेलन के शिरोमणि संरक्षक उमाशंकर गुप्ता एवं प्रदेश अध्यक्ष सुधीर अग्रवाल ने की।कार्यक्रम की शुरुआत माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन के साथ की गई। संवाद कार्यक्रम में प्रदेश के अनेक जिलों—जैसे मंदसौर, इंदौर, रतलाम, भोपाल, देवास, कटनी, छतरपुर, मुरैना, रीवा, बालाघाट, सतना—से वैश्य घटकों के राष्ट्रीय और प्रदेश अध्यक्षों सहित लगभग 100 समाजसेवी सदस्यों ने भाग लिया। विशेष रूप से अखिल भारतीय पोरवाल महासभा के प्रधान कार्यालय शामगढ़ से राष्ट्रीय अध्यक्ष मुकेश पोरवाल (नीमच) एवं प्रदेश अध्यक्ष पंकज पोरवाल (नागदा) ने बैठक में उपस्थित होकर अपने महत्वपूर्ण विचार साझा किए। उन्होंने बताया कि समाज की प्रगति संगठनात्मक एकता में है, और यह कि नीमच में हाल ही में आयोजित प्रदेश स्तरीय बैठक और भव्य रैली ने समाज में नई ऊर्जा का संचार किया है। मुकेश पोरवाल ने उल्लेख किया कि राजा टोडरमल जी की जयंती, जो 18 मार्च को मनाई जाती है, पूरे देशभर में पोरवाल समाज द्वारा बड़े धूमधाम से मनाई जाती है, जो हमारी सांस्कृतिक एकता का प्रतीक है।प्रदेश अध्यक्ष सुधीर अग्रवाल ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा,“हमारा पहला प्रयास है कि सभी घटकों के अध्यक्षों को आमंत्रित कर संवाद स्थापित किया जाए। यह बैठक हर 6 माह में प्रदेश के विभिन्न जिलों में आयोजित की जाएगी। जब हम संगठित होंगे, तभी संगठन में सच्ची शक्ति आएगी।”कार्यक्रम में शिरोमणि संरक्षक उमाशंकर गुप्ता ने वैश्य महासम्मेलन के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए कहा कि,“1980 में जब वैश्य समाज पर हमले हुए और व्यापारियों को भगाने की साजिशें रची गईं, तब समाज ने संगठित होकर वैश्य महासम्मेलन की नींव रखी। आज भी उसी उद्देश्य को लेकर हम समाज को मजबूत करने में जुटे हैं।”कार्यक्रम में संभाग अध्यक्ष संतोष चोपड़ा, मंदसौर जिला अध्यक्ष जगदीश चौधरी, नीमच जिला अध्यक्ष गोविंद पोरवाल सहित कई प्रमुख पदाधिकारी मौजूद रहे। सभी वक्ताओं ने समाज की एकता, प्रगति और सशक्तिकरण पर जोर दिया।

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