भोपाल ड्रग्स कांड में नीमच के तस्कर भी नप सकते हैं। प्रेमसुख पाटीदार के सरेंडर के बार एटीएस की नजर नीमच के तस्करों पर भी है। इनमें बड़ा नाम धमेंद्र धनगर और कमल राणा का है। धमेंद्र धनगर जहां फरार बताया जा रहा हैं वहीं राणा के गुर्गे भी लापता हो गए हैं।
नीमच टूडे न्यूज | भोपाल ड्रग्स कांड में प्रेमसुख पाटीदार के सरेंडर के बाद एटीएस का नजर नीमच –मंदसौर के तस्करों में पर है। खासतौर पर नीमच के उन बड़े तस्करों के नाम हैं जिन्होंने लंबे समय तक अफीम और डोडाचूरा की तस्करी की है और उन पर प्रकरण दर्ज है। इनमें बड़ा नाम धमेंद्र धनगर का सामने आया हैं। भोपाल ड्रग्स कांड होने के बाद ही धमेंद्र धनगर गांव छोड़कर फरार बताया जा रहा है। नीमच में लंबे समय तक वह राजनीति के रसूख के चलते बचता रहा। दूसरा नाम कमल राणा का आ रहा है। कमल राणा भले ही जेल में बंद है लेकिन उनके गुर्गे इस खेल में शामिल है। कमल राणा भी मप्र और राजस्थान में बड़ा तस्कर रहा हैं।
नीमच मंदसौर पर तगड़ी नजर--
बताया जाता है की एटीएस की नीमच-मंदसौर पर तगड़ी नजर हैं। नीमच-मंदसौर से ही ड्रग्स के अफीम सप्लाय की जाती है। इसके तार हरीश आंजना, प्रेमसुख से लेकर नीमच के धमेंद्र धनगर और कमल राणा के गुर्गों तक जुड़े हो सकते हैं।
धमेंद्र धनगर पर हुई थी सफेमा- राजस्थान के मामलों में फरार--
धमेंद्र धनगर पर सफेला की कार्यवाही थी। उसकी संपत्तिया पर नीमच पुलिस ने सफेमा लगाया था। बाद में राजस्थान के मामलों में वह फरार चल रहा है लेकिन नीमच में रहकर पुलिस को खुली चुनौती दे रहा था, उसे जनपद पंचायत की बैठक में भी देखा गया था।
धर्मेंद्र धनगर नीमच
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कमल राणा नीमच
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हरीश आंजना- भोपाल ड्रग्स कांड का मुख्य सगरना