एक बेगुनाह का कत्ल इंसानियत का कत्ल है- हारून रशीद कुरेशी | @NeemuchToday

नीमच टुडे न्यूज़ | अनंतनाग के पहलगाम में आतंकवादियों द्वारा किये गये हमलें के लिए निंदा शब्द बहुत छोटा है, इस हमले की निंदा के लिए डिक्शनरी में कोई शब्द नही, इस हमलें में 27 के क़रीब पर्यटकों की जान चली गई है और इन जानों की कभी भी किसी तरह से भरपाई नही की जा सकेगी, आतंकवादियों ने कई दर्जन परिवारों को उजाड़ दिया है किसी के सिर से माँ बाप का साया तो किसी की गोद खाली कर दी है, हम उस मज़हब को मानने वाले लोग है जिसमें एक बेगुनाह के क़त्ल को सारी इंसानियत का क़त्ल करार दिया गया है,

 

देश के तमाम नागरिक इस हमलें को ख़ुद के परिवार पर हुए हमलें के रूप में देख रहा है, पुरे मुल्क  में मज़म्मत और सड़कों पर प्रदर्शन किये जा रहे है, हालांकि इन प्रदर्शन और निंदा भरे संदेशों से किसी की जान वापस तो नही आ सकती लेकिन अल्लाह से दुआ है कि मृतकों के परिजनों को सब्र दें और आतंकियों को नेस्तनाबूद कर दें, जो किसी बेगुनाह की जान ले ऐसे आतंकियों की इस धर्म, समाज में तो क्या दुनिया के किसी कोने में भी जगह नही, अल्लाह परिवार वालों को सब्र दें ज़ालिमों को हलाक करें!

Top