नीमच टुडे न्यूज़ | नीमच जिले में पहली बार श्री भक्तमाल कथा आयोजन आगामी 24 से 30 दिसंबर तक स्थानीय गोमाबाई रोड स्थित सीएसवी अग्रोहा भवन में किया जा रहा है। इसमें प्रसिद्ध वृंदावन धाम के कथा व्यास गौरदास महाराज विभिन्न प्रसंगों का वाचन करेंगे। समाजसेवी संगठन श्री अग्रसेन सोश्यल ग्रुप द्वारा आयोजित इस धार्मिक आयोजन को लेकर की जा रही वृहद स्तर की तैयारियां अब अंतिम चरण में है। इसमें हजारों लोगों के आने की संभावना है। इसको देखते हुए आयोजकों द्वारा विभिन्न व्यवस्थाओ के लिए समितियों का गठन कर उनके प्रभारी व सदस्यों को नियुक्त कर जिम्मेदारी सौंप दी है। इन्हीं के माध्यम से कार्यक्रम की संपूर्ण व्यवस्था की जाएगी।
आयोजक अग्रसेन सोश्यल ग्रुप के अध्यक्ष आशीष मित्तल व सचिव आशीष गर्ग ने बताया कि जिलेवासियों में कथा को लेकर काफी उत्साह है। कथा की तैयारियों के लिए शहर के एलआईसी रोड सात माता मंदिर के सामने एक कार्यालय भी खोला गया है। वहीं पर आयोजक मंडल के सदस्य रोजाना घंटों बैठक उक्त कार्यक्रम के सफल आयोजन की रणनीति बनाकर काम कर रहे है। साथ ही आयोजन को भव्यता प्रदान करने कई तैयारियां व प्रचार-प्रसार भी किया जा रहा है। जिले भर में प्रमुख स्थानों और मंदिरों में होर्डिंग, पोस्टर, बैनर, पेम्प्लेट आदि लगाए जा रहे है। सनातन संगठनों के साथ बैठक कर ली गई है। सोश्यल ग्रुप के पदाधिकारी व सदस्यों के साथ ही कार्यक्रम संयोजक सपना गोयल, सह संयोजक भरत गर्ग, रोहित नरेडी आदि कई लोग पूरी मुस्तैदी से तैयारियों में लगे हुए है।
कलश यात्रा के साथ होगा कथा का शुभारंभ-
7 दिनी भक्तमाल कथा का शुभारंभ कलश यात्रा के साथ होगा। 24 दिसंबर को सुबह 9.30 बजे घंटाघर के पास स्थित अग्रवाल समाज के नृसिंह मंदिर से बैंड बाजों और ढोल ढमाकों के साथ कलश यात्रा निकलेगी। महिला मंडल के तत्वावधान में आयोजित कलश यात्रा में महिला व युवतियां सिर पर कलश धारण कर निकलेगी। यात्रा में कथा वाचक पं. गौरदासजी महाराज विशेष रूप से बग्गी में सवार होकर चलेंगे और शहरवासियों को आशीर्वाद देंगे। गुरूजी के साथ पवित्र धार्मिक ग्रंथ व उनकी पूरी टीम भी रहेगी। कलश यात्रा मंदिर से प्रारंभ होकर तिलक मार्ग स्थित प्रमुख बाजार क्षेत्र में होते हुए अग्रसेन वाटिका पहुंच कर संपन्न होगी। कलश यात्रा का मुख्य आकर्षण भादवामाता के बटुक होंगे जो रास्ते भर स्वस्ति वाचन करते चलेंगे।
कथा में होगा भक्तमाल के कई प्रसंगों का वर्णन-
इस कथा में गौरदास महाराज द्वारा श्री भक्तमाल के विभिन्न प्रसंगों का वर्णन किया जाएगा। कथा का समय दोपहर 12 से 4 बजे तक है। साथ ही प्रसंग के दौरान चरित्रों की प्रस्तुति स्वागंधारी के माध्यम से की जावेगी। कथा में विशेष रूप से धारियाखेडी के पंडित भीमाशंकर जी शास्त्री का सानिध्य भी प्राप्त होगा।
इन समितियों के जिम्मे रहेगी संपूर्ण व्यवस्था-
संपूर्ण आयोजन के लिए कुछ समितियों का गठन किया गया है। उनमें कुछ लोगों को नियुक्त कर जिम्मेदारी सौंपी गई है। समितियों में मुख्य रूप से कार्यालय व्यवस्था समिति, भोजन, कलश यात्रा, उत्सव, वित्त व्यवस्था, नित्य पूजन सामग्री एवं पांडाल व्यवस्था, मंच संचालन समिति, टेंट लाइट म्यूजिक व्यवस्था समिति, गुरूदेव एवं अन्य आवास व्यवस्था समिति, प्रचार व्यवस्था समिति एवं प्रसाद व्यवस्था एवं वितरण समिति है।
23 दिसंबर को मीडिया से रूबरू होंगे गुरूजी-
भक्तमाल कथा आयोजन से पूर्व एक दिन पूर्व 23 दिसंबर को ही गुरूदेव गौरदास महाराज नीमच पहुंच जाएंगे। वे शाम 4.30 बजे आयोजन स्थल सीएसवी अग्रोहा भवन पर मीडिया से रूबरू होंगे। जिसमें जिले के सभी प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक्स और सोश्यल मीडिया के प्रतिनिधि इस वार्ता में उपस्थित होकर सीधे गुरूदेव से रूबरू होंगे और उनसे चर्चा करेंगे। जिसमें गुरूजी उक्त आयोजन के महत्व के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे।