गणपति नगर में शिव पुराण कथा का आयोजन, शिव परिवार सामाजिक एकता का संदेश देता हैं -पंडित पंकज कृष्ण महाराज | @NeemuchToday

नीमच टूडे न्यूज़ | जय जिनेंद्र रिसोर्ट के पीछे गणपति नगर में आप और हम प्रेमी जन मंडल नीमच  द्वारा क्षेत्र की सुख समृद्धि एवं सुख शांति की प्रार्थना के साथ शिव महापुराण कथा आयोजित की गई। गणपति नगर सिध्दीविनायक मंदिर के भक्ती पांडाल में आयोजित शिव पुराण के मध्य भागवताचार्य पंडित पंकज कृष्ण महाराज ने कहा कि शिव पशुपति है अर्थात सभी जीवो के देवता भी है इसलिए सारे जीव कीड़े मकोड़े और पशु पक्षी उनके‌‌ परिणय विवाह में उपस्थित हुए यहां तक की भूत पिशाच यक्ष‌ किन्नर और अर्ध विक्षिप्त लोग भी उनके विवाह में अतिथि बनकर सहभागी बने थे। उन्होंने कहा कि मुनि नारद जी ने बताया था कि  भगवान शिव स्वयंभू है। उन्होंने कहा कि बुराई रूपी अंधेरे से अच्छा ही रुपए उजाले की ओर ले जाए वही सच्चा गुरु होता है गुरु ही हमें विवेक और ज्ञान का सही उपयोग करने का मार्गदर्शन प्रदान करते हैं गुरु के बिना भगवान तक पहुंचाने का मार्ग भी नहीं मिलता है। पति की परीक्षा पत्नी की बीमारी के समय होती है उसे समय पति भी पत्नी की सेवा कर सकता है। जिस पति के पत्नी चरण दबाती हो उसे घर में सुख समृद्धि का वास होता है। चोरी और अन्याय की अंनदेखी  नहीं करना चाहिए। 

 

सामर्थ्य हो तो इसका विरोध करना चाहिए। शिव पुराण की कथा में शिव परिवार सामाजिक एकता का संदेश देता है।शिव परिवार  प्रेम के साथ जीवन जीने का संदेश देता है। पाप की भागीदारी करना और पाप को देखना भी महा पाप होता है इससे सदैव बचना चाहिए। तपस्या करें तो कर्म का फल अवश्य मिलता है। भजन मुक्ति का साधन है भक्ति का मार्ग है। वृत तपस्या करेंगे तो फल भी हमें ही मिलेगा। यदि हम बुरे कर्म करेंगे तो फल भी हमें ही भोगना पड़ेगा। जीवन बहुमूल्य है कर्म  का परिश्रम हमको स्वयं  को ही करना होगा।यदि हम रोगी है तो दवाई का सेवन भी हमें ही करना होगा तभी हम स्वस्थ हो सकते हैं। भजन सत्संग में दिखावा नहीं करना चाहिए। भगवान की भक्ति नियम पूर्वक करना चाहिए।मोन व्रत करने से वाक्य सिद्धि प्राप्त होती है। भोजन बनाते समय भजन कीर्तन करना चाहिए। संसार की व्यर्थ बातें नहीं करना चाहिए। भोजन प्रसाद के रूप में ग्रहण करना चाहिए। भोजन आसन पर बैठकर ही ग्रहण करना चाहिए खड़े-खड़े भोजन नहीं करना चाहिए।

भोजन और भजन पर्दे में रहना चाहिए। धर्म कथा सत्संग मन से एकाग्रता व ध्यान पूर्वक सुनना चाहिए तभी जीवन का कल्याण हो सकता है। पहली रोटी गाय को ग्रहण करवाना चाहिए। महाराज ने जलंधर, वृंदा, तुलसी, भस्मासुर , विधुत माली प्रसंग, समुद्र मंथन के समय महादेव विषपान, महादेव द्वारा सृष्टी की रचना, मोहिनी और संहार,आदि विषयों पर प्रकाश डाला। शिव पुराण पोथी पूजन  आरती में क्षेत्र के बड़ी संख्या में विभिन्न श्रद्धालु भक्त उपस्थित थे।
 


रिद्धि सिद्धि गणपति विवाह में झूमे श्रद्धालु...

शिव पुराण के मध्य जब पंडित पंकज कृष्ण महाराज ने रिद्धि-सिद्धि गणपति विवाह का विषय बताया तो श्रद्धालु रिद्धि सिद्धि गणपति की जय घोष लगने लगी। शिव पुराण में उपस्थित श्रद्धालुओं द्वारा पुष्प वर्षा कर आशीर्वाद ग्रहण किया गया। इस अवसर पर गणपति तुम आना रिद्धि साथ लेकर सिद्धि साथ लेकर चले आना भजन प्रस्तुत किया तो श्रद्धालु झूम उठे। रिद्धि का अभिनय मानवी शर्मा ने, सिद्धि का अभिनय नेहा प्रजापति ने व‌ गणपति का अभिनय श्वेता कुंवर ने प्रस्तुत किया।

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