नीमच टूडे न्यूज़ | चंगेरा की नवीन कृषि उपज मंडी में सोमवार सुबह जबरदस्त हंगामा हुआ। मंडी के दोनों गेट बंद कर ग्रामीणों ने नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन किया। यह घटना मंडी के आसपास के तीन गांवों – डुंगालवाड़ा, चंगेरा और सगराना के ग्रामीणों द्वारा की गई। उनका मुख्य मांग थी कि मंडी के दोनों गेटों, जावद और चंगेरा गेट पर स्पीड ब्रेकर लगाए जाएं, ताकि सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम हो सके।
ग्रामीणों का आरोप है कि पिछले कई महीनों से वे इस मुद्दे को मंडी प्रशासन और संबंधित अधिकारियों के सामने रख चुके हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। इसके परिणामस्वरूप वे आक्रोशित हो गए और सोमवार सुबह मंडी के गेट बंद कर नारेबाजी करने लगे।
इस घटना के बाद, मंडी प्रशासन के अधिकारी और पुलिस दल मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों से बातचीत की। अधिकारियों ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि उनकी समस्याओं का समाधान दो दिन के भीतर किया जाएगा। इस आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने अपना विरोध समाप्त कर दिया, हालांकि उन्होंने चेतावनी दी कि अगर दो दिन में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया तो वे फिर से आंदोलन करेंगे।
विरोध प्रदर्शन के कारण मंडी के गेट पर भारी भीड़ जमा हो गई और उपज लेकर पहुंचने वाले वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। हालांकि, पहले से मौजूद किसानों की उपज की नीलामी बिना किसी रुकावट के चलती रही, लेकिन करीब आधे घंटे तक मंडी का कामकाज प्रभावित हुआ और कई किसान अपनी उपज नीलामी के लिए नहीं पहुंच पाए।
ग्रामीणों के इस आंदोलन में आसपास के गांवों के किसानों ने भी अपना समर्थन दिया और उनकी मांगों को उचित बताया। अब यह देखना होगा कि प्रशासन इस मुद्दे का समाधान दो दिन के भीतर कर पाता है या नहीं।