विदेश से संचालित अंतराष्ट्रीय ठग गिरोह का पर्दाफाश |@NeemuchToday

नीमच। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक उज्जैन जोन उमेश जोगा, उप पुलिस महानिरीक्षक रतलाम रेंज मनोज कुमारसिंह व पुलिस अधीक्षक नीमच अंकित जायसवाल के निर्देशन एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नीमच नवलसिंह सिसौदिया व नगर पुलिस अधीक्षक अभिषेक रंजन (भापुसे) के मार्गदर्शन तथा थाना प्रभारी बधाना निरीक्षक विजय सागरिया एवं प्रभारी सायबर सेल प्रआर प्रदीप शिन्दें के नेतृत्व में संयुक्त पुलिस टीम द्वारा टेलीग्राम एप के माध्यम से लोगो के साथ ठगी करने वाले अंत्तराष्ट्रीय गिरोह से जुड़े 09 आरोपियों को जोधपुर, जयपुर राजस्थान से गिरफ्तार किया जाकर आरोपियों के कब्जे से रूपयें 11,18,610 / नगदी सहित विभिन्न बैंकों के 44 एटीएम कार्ड, 10 चेकबुक, 11 पासबुक, 03 सीपीयू, 01 लेपटॉप, 28 मोबाईल, 02 एटीएम स्वैप मशीन, 08 सीम कार्ड सहित विभिन्न बैंकों की एटीएम डिस्पेंसर नगदी जमा स्लिपे जप्त करने में सफलता प्राप्त की गई है।

जानकारी अनुसार दिनांक 24.10.2024 को आवेदक पियुष कुमार पिता संतोष कुमार पथरोड निवासी रेल्वे हास्पिटल कि पास बघाना हा.मु. शक्ति नगर बघाना के द्वारा रिपोर्ट की गई कि आज से करीबन 2-3 माह पूर्व मेरे पास मेरे परिचित निखिल राव निवासी नीमचसिटी तथा शुभम निवासी जयपुर के मेरे घर पर आये थे। निखिल राव जो कि मेरा अच्छा मित्र होकर मेरा परिचित है जिसने मेरे से बोला कि मेरी बैंक में सिविल खराब है और मैं एक नया व्यवसाय खोल रहा हूं जिसमें मेरे द्वारा बनाई गई फर्म के लिये एक खाते की जरूरत है जो मैं बैंक से छोटा मोटा लोन लेकर अन्य लेनदेन कर सकु जो तुम मुझे तेरे नाम से बैंक में खाता खुलवाकर उसकी पासबुक एटीएम तथा उस खाते से लिंक की गई मोबाईल नंबर की सिम मेरे को दे दे तो मैने मेरे नाम से युको बैंक शाखा नीमच में खाता खुलवाकर बैंक से प्राप्त किट जिसमें एटीएम, पासबुक तथा खाते खुलवाने के लिये मैने जो नई सिम कार्ड ली वह सभी निखिल तथा शुभम को प्रदाय कर दी थी।

मुझे आज दिनांक को ज्ञात हुआ कि मेरे द्वारा दिये खाते में निखिल तथा शुभम के द्वारा अवैध लेनदेन किया गया है जिसके कारण मेरे द्वारा दिये गये उक्त खाते पर किसी ऐजेन्सी के द्वारा होल्ड/लीन लगा दिया गया है। जब मैं आज जानकारी लेने युको बैंक गया तो बैंक से मुझे जानकारी प्राप्त हुई कि मेरे खाते में फ्राड रूप से रूपयों का लेनदेन हुआ है इस प्रकार निखिल राव तथा शुभम के द्वारा मेरे से मेरे खाते की समस्त वस्तुएँ मुझे विश्वास मे लेकर मेरे से झूठ बोलकर धोखा देने के आशय से प्राप्त कर मेरे खाते में फाड़ के रूपयों का लेनदेन किया गया।

रिपोर्ट पर से थाना बधाना पर अपराध क्रमांक 318/2024 धारा 318 (4) बीएनएस का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। प्रकरण में विवेना के दौरान 336(3) एवं 338 बीएनएस एवं आई टी एक्ट की धारा 66-डी का ईजाफा किया गया।

पुलिस द्वारा की गई कार्यवाही उक्त घटनाक्रम को लेकर पुलिस अधीक्षक अंकित जायसवाल द्वारा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एवं नगर पुलिस अधीक्षक नीमच के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी बघाना निरीक्षक विजय सागरिया एवं प्रभारी सायबर सेल प्रदीप शिन्दें के नेतृत्व में एक विशेष पुलिस टीम का गठन किया जाकर प्रकरण में शीघ्र कार्यवाही कर आरोपियों की गिरफ्तारी हेतु निर्देश दिये गये।

पुलिस टीम द्वारा मुखबिर सुचना एवं तकनिकी विश्लेषण के आधार पर दिनांक 24.10.2024 को जोधपुर निवासी मनीष विश्नोई एवं जयपुर निवासी शुभम भट्ट को संदेह के आधार पर पकड़ा जाकर पुछताछ के दौरान शुभम भट्ट द्वारा नीमच निवासी निखिल राव, गजराज सिंह एवं अन्य लोगो से कमीशन एवं कुछ राशि का लालच देकर उनके नाम पर विभिन्न बैंकों में बैंक खाते खुलवाकर बैंक किट, पासबुक, चेकबुक आदि एवं खाते में पंजीकृत मोबाईल नंबर की सीम को जोधपुर निवासी मनीष विश्नोई जो कि जौधपुर स्थित फॉरेक्स मनी एक्सचेंज में काम करता है को प्रदाय की जाती थी जिसकी एवज में मनीष विश्नोई द्वारा शुभम भट्ट को 25 हजार रूपये प्रति बैंक खातें के दिये जाते थे।

उक्त संबंध में मनीष विश्नोई से पुछताछ में बताया कि मैं एवं मेरे अन्य साथी विनोद विश्नोई, सुन्दर उर्फ सुरेन्द विश्नोई, मुकेश विश्नोई, तरूण व्यास, भुपेन्द्र सिंह, बाल अपचारी एवं अन्य साथी फर्जी बैंक खातें प्राप्त करते थे। उक्त बैंक खातों में फॉरेक्स मनी एक्सचेंज के आफीस में विदेश में बैठे संचालक द्वारा टेलीग्राम एप के माध्यम से भोले भाले लोगो को कम समय में अधिक मुनाफा देने का लालच देकर इन्वेस्टमेन्ट कराने हेतु राशि जमा करवाई जाती थी जिसे मैं एवं मेरे साथीयों द्वारा एटीएम इटरनेट / मोबाईल बैंकिंग व अन्य ऑनलाईन माध्यमों से नगदी के रूप आहरित कर फोरेक्स मनी एक्सचेंज पर तरूण व्यास एवं भुपेन्द्र सिंह को देते थे। तरूण व्यास एवं भुपेन्द्र सिंह द्वारा उक्त राशि को छोटे-छोटे अंमाउन्ट में संचालक द्वारा बताये गये फर्जी खातों में पुनः एटीएम कैश डिस्पेंसर के माध्यम से जमा करवा दिया जाता था।

तरीका-ए-वारदात आरोपियों द्वारा कमीशन एवं रूपयों का लालच देकर आम लोगो से उनके नाम से बैंकों में खाता खुलवाकर उक्त बैंक खाते की पासबुक, चेकबुक कीट एवं खाते में पंजीकृत मोबाईल की सिम प्राप्त करते है। उक्त खातों में उक्त गिरोह के मुख्य आरोपीगण द्वारा टेलीग्राम एप पर कम समय में कहीं गुना लाभ देने हेतु इन्वेस्टमेन्ट का लालच देकर आम लोगो से उक्त फर्जी खातों में राशि स्थानातंरित करवाई जाती थी जिसे आरोपियों द्वारा एटीएम, नेट बैंकिंग एवं अन्य ऑनलाईन माध्यमों के माध्यम से नगदी के रूप में आहरित कर अन्य फर्जी खातों में एटीएम कैश डिस्पेंसर मशीन के माध्यम से जमा करवाई जाती थी।

जप्त सामग्री :-

नगदी 11 लाख 18 हजार 610 रूपयें सहित विभिन्न बैंकों के 44 एटीएम कार्ड, 10 चेकबुक, 12 पासबुक. 03 सीपीयू, 01 लेपटॉप, 28 मोबाईल, 02 एटीएम स्वैप मशीन, 08 सीम कार्ड सहित विभिन्न बैंकों की एटीएम डिस्पेंसर नगदी जमा स्लिपें।

गिरफ्तार आरोपी :-

01. मनीष पिता पुनाराम विश्नोई उम्र 21 वर्ष निवासी साहु की ढाणी ग्राम हिंगोली थाना भोपालगढ़ जिला जोधपुर (राज.)

02 शुभम पिता मधुसुदन भट्ट उम्र 30 वर्ष निवासी 50/397 सेक्टर 05 प्रतापनगर सांगानेर जयपुर (राज.)

03. तरूण उर्फ कालु पिता मुकेश व्यास उम्र 21 वर्ष निवासी बनियावाड़ा बुड़डी गली जालोरी गेट के अंदर जोधपुर हा.मु. तापी बावडी खांडा पल्सा बालाजी मंदिर के सामने जोधपुर (राज.)

04. भुपेंद्रसिंह पिता मुल्तानसिंह राजपुत उम्र 21 साल निवासी लोडता हरिदासोता चामु तहसील सेखाला जिला जोधपुर (राज.)

05. विनोद पिता सुखराम विश्नोई उम्र 20 साल निवासी पडीयाल जिला फलोदी (राज.)

06. मुकेश पिता देवाराम विश्नोई उम्र 25 साल निवासी जोजीयाली जिला जोधपुर (राज.)

07. सुंदर उर्फ सुरेंद्र पिता अरविंद विश्नोई उम्र 19 साल निवासी ग्राम जाम्बा तहसील बाप जिला जोधपुर (राज.)

08. बाल अपचारी।

09. निखिल राव पिता गोपाल राव भोसले 07 सरदार मोहल्ला नीमच सिटी

10. अन्य 8-9 लोग जो फरार है।

उक्त कार्यवाही में थाना प्रभारी बघाना निरीक्षक विजय सागरिया, प्रभारी सायबर सेल प्रआर प्रदीप शिन्दे, प्रधान आरक्षक आदित्य गौड (सायबर सेल), प्रधान आरक्षक सौरभसिंह सेंगर (थाना जीरन), प्रधान आरक्षक देवीलाल डिगा, आरक्षक लखन प्रतापसिंह (सायबर सेल), आरक्षक कुलदीप सिंह (सायबर सेल), आरक्षक राहुल चंदेल, आरक्षक ओमप्रकाश पारगी का सराहनीय योगदान रहा।

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