सीमेंट फैक्ट्री में इंजीनियर के मौत | मांगों को लेकर देर रात तक हॉस्पिटल में रही भीड़

नीमच टूडे न्यूज़ | सीमेंट फैक्ट्री में इंजीनियर की मौत के बाद देर रात को परिजनों और फैक्ट्री मैनेजमेंट के बीच समझौता हुआ। परिवार और मौके पर पहुंचे ब्राह्मण समाज के पदाधिकारी अपनी मांग पर अड़े रहे। लगभग रात के डेढ़ बजे दोनों पक्षों के बीच सहमति हुई। फैक्ट्री मैनेजमेंट की ओर से 55 लाख नकद (ग्रेच्युटी, पीएफ और इंश्योरेंस को छोड़कर), मृतक की पत्नी को नौकरी दी जाएगी। सहमति के बाद परिवार को शव सौंप दिया गया। इस दौरान पुलिस भी मौजूद रही। मामला शंभूपुरा थाना क्षेत्र का है।

पिता ने लगाया मैनेजमेंट पर आरोप

जिले के आदित्य सीमेंट प्लांट में शनिवार सुबह एक हादसे में इंजीनियर निखिल सनाढ्य (28) की मौत हो गई थी। परिवार को फैक्ट्री मैनेजमेंट की ओर से लेट सूचना दी गई थी। परिवार जब दोपहर बाद अस्पताल पहुंचे तो उन्होंने मैनेजमेंट के ऊपर टॉर्चर करने का आरोप लगाया। पिता दिनेश कुमार सनाढ्य ने बताया कि मृतक निखिल को लगातार शिफ्टों में काम करवाया जाता था। HOD मनमर्जी तरीके से कभी भी उसे फैक्ट्री बुला कर काम करवाते थे। छुट्टियां भी नहीं देते थे। मेंटलली काफी टॉर्चर किया करते है। पिता की ओर से हत्या की एक रिपोर्ट भी दी गई थी। शाम को पिता ने शव लेने से इंकार कर दिया।

देर शाम को मामला ब्राह्मण समाज तक पहुंचा। ब्राह्मण समाज के पदाधिकारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने फैक्ट्री मैनेजमेंट के सामने 55 लाख नकद (ग्रेच्युटी, पीएफ और इंश्योरेंस को छोड़कर), मृतक की पत्नी को नौकरी देने की बात कही। लेकिन मैनेजमेंट इस बात पर पहले सहमत नहीं हुआ। परिवार भी अपनी मांगों को लेकर अड़ा रहा।
रात को सहमति पत्र पर किया साइन

देर रात करीब डेढ़ बजे तक मामले में दोनों पक्षों की सहमति नहीं बनी। उसके बाद फैक्ट्री मैनेजमेंट को परिवार की मांगों पर हामी भरनी पड़ी। परिवार की ओर से इसको लेकर पेपर्स बनवाए गए, जहां सहमति पत्र पर दोनों पक्षों ने साइन किया। उसके बाद परिवार बॉडी लेकर मांडल, भीलवाड़ा चले गए। इस दौरान विप्र फाउंडेशन चित्तौड़गढ़ के जिलाध्यक्ष शिरीष त्रिपाठी, युवा प्रकोष्ठ प्रदेश अध्यक्ष विकास शर्मा, महिला प्रदेशाध्यक्ष इंद्रा शर्मा, सत्यनारायण ओझा, शिवांग जोशी, श्यामाचरण शर्मा, गोपाल शर्मा, सहित समाज के कई लोग मौजूद थे।

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