नीमच टुडे न्यूज़। चैत्र नवरात्रि की महाअष्टमी शनिवार को आवरी माता सहित अंचल के सभी माता मंदिरों में आस्था और श्रद्धा के साथ मनाई गई। हाथों में ध्वजा लेकर दूरदराज से पैदल यात्री के जत्थे मां के दरबार में पहुंचे,अल सुबह से देर रात तक भक्तों की भीड़ लगी रही। श्रद्धालुओं ने माता के दर्शन कर मन्नत मांगी, आसमान से बरसती तेज तपन भी माता के भक्तों के बढ़ते कदम को नहीं रोक सकी,तेज धूप और तपन की परवाह किए बघेर मां जगदंबा की चौखट तक पहुंच कर दिव्य दर्शन लाभ लिया। इस मौके पर मां जगदंबा के मंदिर को आकर्षक विद्युत सज्जा से जगमगाया गया।
मंदिर परिसर स्थित आवरी माता जी गर्भ ग्रह में फूलों से विशेष श्रंगार किया गया। मंदसौर ,प्रतापगढ़ ,धमोतर, छोटी सादड़ी, भीलवाड़ा, ,मल्हारगढ़ , नीमच, जीरन, जावद, नयागांव, निंबाहेड़ा ,बारावडदा सहित दूरदराज से भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा और मां के दिव्य दर्शन का पुण्य लाभ अर्जित किया। श्रद्धालुओं की सेवा के लिए समाजसेवियों, धार्मिक संगठनों सहित अन्य लोगों ने ठंडा पेय पदार्थ, फलिहारी की स्टॉल लगाई गई। आवरी माता के दर्शन के लिए महाअष्टमी पर चलो बुलावा आया है माता ने बुलाया है...., जोर से बोलो जय माता दी......., प्रेम से बोलो जय माता दी..... जैसे जयकारों के साथ अल सुबह होते ही श्रद्धालु उमड़ने लगे थे। वाहनों के अलावा हजारों श्रद्धालु पैदल यात्रा कर माता के अलौकिक दरबार में मां के दिव्य दर्शन करने के लिए पहुंचे।यही नहीं मंदिर परिसर में सैकड़ों की तादाद में अनेक बीमारियों से ग्रस्त मरीज भी माता के दरबार में रहकर रोग मुक्त होकर लौटते हैं। श्रद्धालुओं की यह मान्यता है कि यहां लकवा, गोद भराई सहित कई असाध्य रोगों से मुक्ति संभव है।खासकर यहां पर नवरात्रि के दिनों में ऐसे मरीजों की संख्या काफी बढ़ जाती हैं,करीब 30 से 33 हजार की संख्या में लोग माता के दरबार में मत्था टेकने नवरात्रि के पावन पर्व के अवसर पर प्रतिदिन आते हैं।
कहीं लस्सी तो कहीं खिचड़ी तो कहीं रसना-
महा अष्टमी पर जिले सहित आसपास के ज़िलों और राजस्थान सहित अन्य शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों से हजारों श्रद्धालु माता के दर्शन के लिए पहुंचे। माता के दर्शन के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए समाजसेवी, धार्मिक संगठनों और युवाओं ने अल्पाहार व खाने-पीने के स्टाल लगाए गए, लगी स्टालों पर कुछ तो लेना ही पड़ेगा चाहे भले ही आप कुछ खाएं या ना खाएं हाथ में शल्पाहार ,लस्सी तो लेना ही पड़ेगा यह किसी स्टॉल वाले की दादागिरी नहीं है बल्कि ग्रामीण बड़े ही आत्मीय मनुहार से यह सब कर रहे थे उनकी मनुहार ही कुछ ऐसी थी कि श्रद्धालु यहां रुकने को विवश हो गए, जी हां यह नजारा आवरी माता जी मार्ग पर दिखाई दिया।
कराडिया महाराज गांव के समाजसेवी पाटीदार समाज के युवाओं द्वारा खिचड़ी ,जय माता दी नव युवक मित्र मंडल कास्बी द्वारा लस्सी, राजस्थान बरखेड़ा के पाटीदार समाज द्वारा फलिहारी एवं जगह-जगह समाजसेवियों द्वारा जल सेवा हेतु मिनरल वाटर की स्टाइल लगाई गई।तथा अजीत चौरड़िया, यतिंद्र -प्रभु लाल बसेर, अमित साल्वी, दीपेश शर्मा , पप्पू लाल जाखमिया, गोविंद मंडावरा, दीलीप रावत द्वारा श्रद्धालुओं के लिए पूरी नवरात्रि में नौ दिन तक मिनरल वॉटर ( पानी ) की स्टाल लगाकर श्रद्धालुओं की निःशुल्क जल सेवा सराहनीय रुप से की गई। वहीं स्वास्थ्य विभाग के बी.एम.ओ. डॉ. विजय भारती के निर्देश पर आवरी माताजी मंदिर पर मेले में 9 दिनों तक डॉ.शिवानी बघेल, स्वास्थ्यकर्मी राहुल आर्य, रेणुका सुविल, संगीता आर्य, संगीता धाकड़, उषा विश्वकर्मा,राजकुमारी सेन,अमृतलाल मेघवाल, नवीन शर्मा, रेणुबाला गुरुंग, डॉ.बबलू वैष्णव द्वारा मेले में नौ दिनों तक निःशुल्क चिकित्सा प्राथमिक स्वास्थ्य केंप लगाकर सेवाएं दी। बिमार बुखार जैसे जनरल रोगीयों का निःशुल्क उपचार किया गया।
मेले में विद्युत डेकोरेशन रहा आकर्षण का केंद्र-
आवरी माता जी का दरबार और पूरा परिसर तथा आयोजित मेले के चप्पे-चप्पे पर पप्पू माली ,भरत माली, राहुल माली ,रजत माली,अंतिम माली ,सोमेश माली, गोविंद माली द्वारा कमरतोड़ मेहनत कर मां जगदंबा के अलौकिक दरबार में आकर्षक ढंग से विद्युत सज्जा की गई जो मेलार्थियों के लिए आकर्षण का केंद्र रही, मेले में मां के दर्शन हेतु आने वाले श्रद्धालुओं के मन को खूब भा रहा था। शाम ढलते ही मां जगदम्बा का दरबार और मेला परिसर रंग-बिरंगे बल्बों से जगमगा उठता है।
मेला रहता है आकर्षण का केंद्र-
नवरात्रि के चलते 9 दिनों तक यहां मेला भी विशाल लगता है जो लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बना रहता है, मेले में मनिहारी ,गुब्बारे, खेल खिलौने श्रंगार तथा मेलार्थियों के मनोरंजन के लिए मनोरंजन यंत्र छोटे-बड़े झुले , छोटी-बडी चकरी, छोटी-बडी नाव, मिक्की माउस,टोराटोरा, में बैठकर आनंद उठाएं सहित खाने पीने की अनेक प्रकार की दुकानें सजाई गई है, जिसे देख कर लोगों का मन मोह लिया है।
भू-राजस्व विभाग और पुलिस प्रशासन का इस बार रहा कमजोर पहरा-
इस बार मेले में पुलिस प्रशासन एवं भू-राजस्व विभाग की अकर्मण्यता रही। पुलिस जवान मेले में कुछ थे जरूर पर पूरी तरह से जवाबदारी नहीं निभा पाए।
हवन पूजन का चला दोर-
नवरात्रि पावन पर्व पर महा अष्टमी के दिन होने वाले हवन पूजन का विशेष महत्व रहता है इसके लिए भक्तों कोसो दूरी से आते हैं। नीमच के गोपाल सिंहल द्वारा विगत 18 वर्षों से महा अष्टमी को यज्ञ हवन करवाते आ रहे हैं इसी दरमियान में इस बार महा अष्टमी पर 19 वें वर्ष में शनिवार को महाष्टमी को दोपहर 11:45 से हवन का आयोजन प्रारंभ किया गया जिसकी दोपहर 3:30 बजे पूर्णाहुति हुईं। इस दौरान कई भक्तों ने जोड़े सहित हवन में बैठकर आहूतियां देकर धर्म लाभ लिया।
विशाल भंडारे में उमडा भक्तों का सैलाब-
हीरालाल, लालचंद अग्रवाल की स्मृति में चीताखेड़ा वाले अग्रवाल सिंहल परिवार एवं आवरी माताजी मंदिर समिति द्वारा विगत 18 वर्षों से आवरी माता मेले में भंडारे का आयोजन करवाते आ रहे हैं इसी कड़ी में 19 वां भंडारा शनिवार को महाष्टमी को मां के दरबार में आने वाले हजारों श्रद्धालुओं के लिए रखा गया है हजारों मां के भक्तों ने भंडारे में प्रसाद ग्रहण की।