BIG NEWS :- सांप पकड़ने गया और आ लगी मौत गले...! किंग कोबरा ने मार दिया डंक, राजस्थानी ढाबा के संचालक की बड़ी लापरवाही क्यों दिया फटा कट्‌टा...? मृतक की बेटी ने कही बड़ी बात, परिजनों ने की कार्यवाही की मांग....| @NeemuchToday

राजस्थान ढाबे पर सांप पकड़ने के बाद राजस्थानी ढाबा संचालक ने फटा कट्‌टा दे दिया था, जिसके चलते किग कोबरा बाहर निकला और सांप पकड़ने वाले सुरेश यादव को डस लिया। जिला अस्पताल में इलाज के दौरान की उसकी मौत हो गई। इस मामले में परिजनों ने  अब राजस्थान ढाबा संचालक कैलाश सैनी पर लापरवाही के आरोप लगाए और मौत का कारण ढाबा संचालक की लापरवाही को बताया।

राजस्थानी ढाबे पर सांप को पकड़ने के दौरन किंग कोबरा को वश में करता सुरेश यादव

नीमच टूडे न्यूज | मंदसौर रोड स्थित राजस्थानी ढाबे पर आप जिस शख्स को जहरीले सांप किंग कोबरा  के साथ खेलते देख रहे हैं यह सुरेश यादव है। वही सुरेश यादव, जिसे पूरे क्षेत्र में सांप पकड़ने वाले गब्बर के नाम से पहचाना जाता है, सुरेश यादव की ख्याति सांप पकड़ने वाले गब्बर रूप में थी। कहीं भी जहरीला सांप होता हैं, वह उसे पकड़कर जंगल में छोड़ देता है। इस वीडियो में दिख रहे जहरीले सांप किंग कोबरा  को सुरेश यादव ने पकड़ा और उसे एक कट्‌टे में बांध दिया लेकिन कट्‌टा फटा होने से किंग कोबरा ने मुंह निकाला और सुरेश का डस लिया। सुरेश यादव ने अब तक सैकड़ों सांप पकड़े लेकिन कभी ऐसा हादसा नहीं हुआ। इस हादसे के बाद परिजनो ने राजस्थान ढाबा संचालक कैलाश सैनी  पर लापरवाही के आरोप लगाए है और मौत के लिए कैलाश सैनी को जिम्मेदार ठहराया है।  

ढाबे से आया फोन- तब गए सांप पकड़ने


सुरेश यादव की बेटी पायल यादव ने कहा राजस्थानी ढाबा से फोन आया था, जब वे सांप पकड़ने गए थे और ढाबा संचालक ने फटा कट्‌टा दे दिया था, जिसके सांप ने मुंह निकालकर डस लिया और मेरे पापा की मौत हो गई।

मृतक सुरेश यादव

ढाबा संचालक जिम्मेदार

सुरेश यादव के भाई गोविंद यादव ने कहा पूरे मामले में ढाबा संचालक कैलाश सैनी जिम्मेदार है। उन्होंने सांप पकड़न के बाद जो कट्‌टा दिया था वह फटा था, जिससे सांप ने डस लिया। मेरे भाई सैकड़ों सांप पकड़े लेकिन आज तक हादसा नहीं हुआ। यह हादसा ढाबा संचालक की लापरवाही से हुआ है, उस पर कार्यवाही होना चाहिए। 

राजस्थानी ढाबा जहां यह हादसा हुआ।

सांप वाले गब्बर से थी पहचान  
सुरेश यादव का पेशा सांप पकड़ना नहीं है लेकिन उसे सांप पकड़ने में महारथ हासिंल है। वह नि:शुल्क रूप से सेवा देता था और जहरील से जहरीले सांप पकड़कर जंगल छोड़ देता। उसकी पहचान सांप पकड़ने वाले गब्बर से थी।  राजस्थानी ढाबा पर सांप पकड़ने के लिए फोन आने पर सुरेश यादव सांप पकड़ने पहुंचा। इस बार भी उसने सांप पकड़ा, उसे जंगल छोड़ दिया बाद मे खुद अस्पताल में जाकर भर्ती हुआ। मरने से पहले सुरेश यादव ने परिजनों को बताया कि ढाबा संचालक ने सांप को रखने के लिए जो कट्‌टा दिया था वह फटा हुआ था, जिसके चलते सांप ने मुंह निकाल कर सुरेश डस लिया और उसकी मौत हो गई। इतना बडा हादसा होने के बाद भी ढाबा संचालक सुरेश के घर शोक व्यक्त करने तक नहीं गया। इस लापरवाही क लिए सुरेश यादव के परिजनों ने ढाबा संचालक कैलाश सैनी को जिम्मेदार ठहराया है।

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