नीमच टुडे न्यूज़ | फनीर्चर शोरूम की आड़ और भाई के तस्करी के धंधे में भागीदार वीपी सिहं का बड़ा झूठ पकड़ा गया है। अपने घर पर हुई फायरिंग के समय वीप सिंह ने कहा वह सुनील मीणा को जानता नहीं है जबकि सुनील मीणा, खुद वीपी सिंह और उसका भाई दशरथ सिंह तीनों कुख्यात तस्कर कमल राणा के गुर्गे रहे हैं। तीनों ने कमल राणा के काले कारोबार में जमकर माल सूता और कमल राणा के जेल जाने के बाद अब करोड़ों की हिस्सेदारी और वर्चस्व की लड़ाई शुरू हो गई है। हाल ही में जो वीडियो जारी हुए हैं, उसमें दशरथ सिंह कमल राणा के साथ नजर आ रहा हे और उसके सुनील मीणा के साथ फोटो है। दशरथ सिंह का एक वीडियो पुलिस कस्टडी का भी दिख रहा है जहां वह शान से बैठा है और पीछे से कोई वीडियो बना रहा है।
अब सवाल यह उठ रहा है कि जब सुनील मीणा का इनके यहां आना-जाना था तो वीपी सिंह झूठ क्यों बोल रहा है। सूत्र बताते हैं कि कमल राणा का करोड़ों रुपए दशथ सिंह और वीपी सिंह दबाकर बैठे हैं, जिस पर हक सुनील मीणा जता रहा है, घर पर फायरिंग की कहानी भी इनकी साजिश बताई जा रही है। इस मामले में सुनील मीणा का भाई ओमप्रकाश मीणा खुद एसपी को ज्ञापन दे चुका है। अब पुलिस जांच में पता चलेगा कि कौन-सच और कौन है झूठ लेकिन एक बात तय हो गई कि कमल राणा के गुर्गे तीनों है और तीनों के बीच करोड़ों के सामराज्य की लड़ाई है। इनमें चतरा वीपी सिंह है जो खुद पाक साफ बताकर फनीर्चर का कारोबार बता रहा है जबकि फर्नीचर की आड़ में उसका काला खेल चल रहा है और काले धन को व्हाइट कर रहा है।