राजस्थान का भूमाफिया नेता उदयलाल आंजना के लोगों का आतंक अब नीमच के आदिवासी अंचल में मचा हुआ है। भांजा विक्रम आंजना के गुर्गे गांव के लोगों के डरा-धमका कर सरकारी पट्टे की कौडियों के दाम पर खरीद रहे हैं। अब तक सात पट्टो की 31 बीघा सरकारी जमीन विक्रम आंजना, प्राणीत आंजन और हर्ष आंजना के नाम हो चुकी है। वनाचंल में ग्रामीणों में आक्रोश पनपा हुआ है इस मामले कलेक्टर को शिकायत की गई वहीं ग्रामीणों ने बरकटी में बेची गई सरकारी जमीनो के पट्टे निरस्त करने की मांग की है।
नीमच टुडे न्यूज
नीमच के जीरन क्षेत्र से लगे ग्राम बरकटी, अमावाली जागिर और घसुंडी जागिर में 1985 में चारागाह की भूमि खेती करने के लिए पट्टे पर दी गई थी। पट्टे की इसी जमीन पर राजस्थान के भूमाफिया नेता उदयलाल आंजना और उनके भांजे विक्रम आंजन की नियत खराब हो गई है। ये दोनो मामा-भांजे की जोड़ी अब नीमच शहर की जमीन हड़पने के बाद अब वनाचंल के गांवों में गरीब लोगों की जमीने हडपने में लगे हुए हैं। ग्राम बरकटी में अब तक सरकारी पट्टे की 31 बीघा जमीन विक्रम आंजना, प्राणीत आंजना और हर्ष आंजना के नाम कर दी गई है। इस मामले को लेकर हजारों ग्रामीणों ने नीमच कलेक्टर और नीमच विधायक दिलीप सिंह परिहार को शिकायत की है और ज्ञापन सौंपा है। उदयलाल आंजना और विक्रम आंजना का आतंक अब नीमच की सरकारी जमीनो पर था लेकिन अब गरीब आदिवासियों की जमीन हड़पने लगे हैं।
पट्टे निरस्त, रजिस्ट्री निरस्त हो
फोटो मनोहर रावत

ग्राम बरकटी के मनोहर रावत ने कहा हमारी जमीनों पर राजस्थान के विक्रम आंजना आतंक मचा रहे हैं। सरकारी जमीन की पट्टो की विक्रम आंजना कौडियो के दाम खरीद रहे है। सरकारी जमीन के पट्टे निरस्त हो, रजिस्ट्री निरस्त होना चाहिए।
विधायक ने कहा- सीएम को बताएंगे- निरस्त कराएंगे
फोटो- विधायक

विधायक दिलीप सिंह परिहार ने कहा इस मामले में कलेक्टर को जांच के लिए कहा गया है और यह मामला मे विधानसभा मे उठाउंगा और मुख्यमंत्री को बताया जाएगा। गरीब आदिवासी की जमीन पर भूमाफियों के कब्जे में नहीं होने देंगे।