पंचायत में बैठे जनप्रतिनिधि थोड़ी बहुत शर्म बची हो तो सफाई पर ध्यान दें - भगत मागरिया | @NeemuchToday

नीमच टुडे न्यूज़ | चीताखेड़ा ग्राम पंचायत में बैठे हुए जनप्रतिनिधि थोड़ा चिंतन-मनन करले कि चुनाव में मतदाताओं के बाप-दादाओं के जमाने से व्यवहार गिनाते हुए पांव में धोख लगाकर और पकड़कर विकास कार्य करवाने के क्या क्या वादे किए थे। अब तीन साल की कार्यकाल पूरा हो गया। उन मतदाताओं के लिए अपने - अपने वार्डो में क्या किया। अब थोड़ी बहुत शर्म बची हो तो पंचायत में बैठकर बचे हुए कार्यकाल में कुछ तो करो, नहीं तो नैतिकता के आधार पर पद से इस्तीफा दे दो। क्यों बेशर्म ढिढ बनकर पदों पर कुण्डली मारकर बैठे हों। 


यहां पंचायत में रही बात सरपंच और प्रतिनिधि धार्मिक प्रवृत्ति के है ऐसा सुना है लेकिन यह सुनी हुई बात अब साफतौर पर साफ हो चुकी है धार्मिकता का ढोंग है क्योंकि गांव में जीतने भी देव देवीयो के मंदिर देवरे है गंदगियों से गीरे हुए हैं मंदिरों के चारों ओर गंदगी का साम्राज्य स्थापित है। ऐसा दिखावा भी किस काम का है। पोहा में अनार के दाने डालने के समान गांव में सिर्फ मुख्य मार्ग पर कचरा गाड़ी घुमाने से कुछ नहीं होता। ऐसा ही पुलिस सहायता केंद्र चीताखेड़ा चौकी के पास स्थित देवनारायण मंदिर पर नाली गटरों में वर्षों से किचड़ कचरा भरा पड़ा हुआ है। मंदिर पर सब दिन दुखी ही आते हैं। ऐसे सेठ धन्याठ्य लोग नहीं आते हैं। देवरे पर आज कल ही धार्मिक कार्यक्रम होने वाला है जहां सैकड़ों धर्मालुओं की भीड़ उमड़ती है। पंचायत वालों को थोड़ी बहुत शर्म है तो सफाई व्यवस्था सुधारने की कोशिश कर लें।

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