नीमच टुडे न्यूज़ । कलेक्टर हिमांशु चंद्रा ने जिला स्तरीय कौशल विकास समिति की बैठक में जिले के सभी आईटीआई प्राचार्यों को निर्देश दिए कि वे अपने संस्थानों में संचालित विभिन्न ट्रेडों के विद्यार्थियों का स्किल डेवलपमेंट स्थानीय उद्योगों की मांग के अनुरूप कराएं, ताकि युवाओं को जिले में ही बेहतर रोजगार के अवसर प्राप्त हो सकें। कलेक्टर ने कहा कि प्राचार्य स्वयं उद्योगों का भ्रमण कर समन्वय स्थापित करें, अधिकाधिक युवाओं को प्लेसमेंट दिलाएं और उद्योगों में उनकी अप्रेंटिसशिप सुनिश्चित करें। कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित इस बैठक में जिला पंचायत सीईओ अमन वैष्णव, पॉलिटेक्निक प्राचार्य संजय विश्वकर्मा, महाप्रबंधक उद्योग योगिता भटनागर, आईटीआई डूंगलावदा के प्राचार्य दिनेश परमार, जावद के प्राचार्य नवीन तिग्गा, रामपुरा के प्राचार्य एच.एस. डाबर, प्रशिक्षण अधिकारी राजेंद्र कुमार प्रजापति सहित सभी संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे। कलेक्टर ने जिला रोजगार अधिकारी व उद्योग विभाग को निर्देश दिए कि वे उद्योगपतियों से संपर्क कर इस माह के अंत तक जिला या आईटीआई स्तर पर वृहद रोजगार मेला आयोजित करें। बैठक में प्रवेश स्थिति की समीक्षा में बताया गया कि जावद आईटीआई में 100% (176) प्रवेश, मनासा में 140 में से 132, नीमच में 228 में से 197 और रामपुरा में 432 में से 429 छात्रों का प्रवेश हुआ है। कलेक्टर ने कोपा ट्रेड के विद्यार्थियों को MS Word और Excel में दक्ष बनाने पर विशेष जोर दिया, जिससे उनका स्थानीय उद्योगों में प्लेसमेंट सुगम हो सके। बैठक में मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना और राष्ट्रीय अप्रेंटिस प्रोत्साहन योजना की प्रगति की भी समीक्षा की गई।