नीमच टुडे न्यूज | पुलिस अधीक्षक अंकित जायसवाल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नवलसिंह सिसोदिया और एसडीओपी मनासा निकिता सिंह के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी सौरभ शर्मा के नेतृत्व में टीम ने इस उपलब्धि को हासिल किया। 22 मई की रात को कुकड़ेश्वर थाना क्षेत्र के कडीखुर्द गांव में दिल दहला देने वाली घटना हुई। फरियादी मदनलाल बंजारा (40) ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसके जीजा जितेंद्र बंजारा (40), जो पिछले तीन साल से अपनी पत्नी आशाबाई (35) और दो बच्चों के साथ कडीखुर्द में रह रहा था, ने पारिवारिक विवाद के चलते आशाबाई के गले और हाथ पर कुल्हाड़ी से हमला कर उसकी हत्या कर दी। बीच-बचाव करने आए आशाबाई के 15 वर्षीय बेटे नितिन को भी कुल्हाड़ी से चोटें आईं, जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना को अंजाम देने के बाद जितेंद्र बंजारा फरार हो गया था।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
मामले की गंभीरता को देखते हुए कुकड़ेश्वर थाने में अपराध क्रमांक 169/2025 धारा 103(1), 109 बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई। मृतका आशाबाई का पोस्टमार्टम कराकर शव उसके भाई मदनलाल को सौंप दिया गया। आरोपी जितेंद्र बंजारा की गिरफ्तारी के लिए थाना प्रभारी सौरभ शर्मा ने दो अलग-अलग पुलिस टीमें गठित कीं।
आरोपी गिरफ्तार
पुलिस टीमों ने मजबूत खुफिया जानकारी के आधार पर 36 घंटे के भीतर उज्जैन जिले से आरोपी जितेंद्र बंजारा को पकड़ने में सफलता हासिल की। पूछताछ के दौरान आरोपी ने अपनी पत्नी आशाबाई की हत्या करने और बीच-बचाव करने आए अपने बेटे नितिन को भी कुल्हाड़ी से घायल करने की बात कबूल की। जितेंद्र बंजारा को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे पुलिस रिमांड पर लिया गया है। मामले की आगे की जांच जारी है।
सराहनीय कार्य
इस सराहनीय कार्य में थाना प्रभारी सौरभ शर्मा के साथ उपनिरीक्षक पी.डी. डामार, सहायक उपनिरीक्षक दिलीप कुमार कलमोदिया, सहायक उपनिरीक्षक रामचंद्र गौड़, प्रधान आरक्षक मंगलेश यादव, प्रधान आरक्षक अंकितसिंह चौहान, आरक्षक भुरसिंह डोडियार, आरक्षक दीपक परमार, आरक्षक ईश्वरलाल चौहान, आरक्षक सुनील भूरिया, आरक्षक लोकेश मालवीय, आरक्षक जितेंद्र गुर्जर और आरक्षक जीवनराम गुर्जर सहित कुकड़ेश्वर पुलिस टीम की महत्वपूर्ण भूमिका रही।