नीमच टुडे न्यूज़ | भीलवाड़ा विनायक विद्यापीठ, राजस्थान साहित्य अकादमी एवं ‘बालवाटिका’ मासिक के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित दो दिवसीय 26वीं राष्ट्रीय बालसाहित्य संगोष्ठी एवं सम्मान समारोह का भव्य आयोजन "भारतीय ज्ञान परंपरा और हमारा दायित्व" विषय पर संपन्न हुआ।समारोह का उद्घाटन सांसद दामोदर अग्रवाल ने किया और भारतीय संस्कृति व ज्ञान परंपरा के संरक्षण को समय की मांग बताया। मुख्य वक्ता डॉ. श्रीकृष्ण जुगनू ने कहा, “विश्व में हमारी ज्ञान परंपरा जितनी समृद्ध है, उतनी कहीं नहीं।” अध्यक्षीय वक्तव्य में शिव मृदुल ने बालसाहित्य के माध्यम से इस परंपरा को नई पीढ़ी तक पहुंचाने की बात कही।संगोष्ठी के विभिन्न सत्रों में देशभर के रचनाकारों व विद्वानों ने शिक्षा, बालसाहित्य और संस्कृति के संबंधों पर विचार साझा किए। काव्य गोष्ठी व विषयगत पत्रवाचन सत्रों ने कार्यक्रम को जीवंत बना दिया।अंतिम सत्र में राजेंद्र ओस्तवाल और लक्ष्मीनारायण डाड ने समाज में सकारात्मकता लाने में बालसाहित्य की भूमिका को रेखांकित किया। इस दौरान अनेक साहित्यकारों को सम्मानित भी किया गया।संयोजक डॉ. भैरूंलाल गर्ग ने सभी का आभार जताया और विनायक विद्यापीठ के यश कुमावत ने समारोह को सफल बनाने के लिए सहयोगियों का धन्यवाद किया।