मन को पवित्र किए बिना शिव भक्ति सफल नहीं होती है -रुद्र देव त्रिपाठी, 27 दिवसीय शिव महापुराण एवं पार्थिव शिवलिंग पूजन अभिषेक एवं रुद्राक्ष वितरण कार्यक्रम प्रवाहित | @NeemuchToday

नीमच टुडे न्यूज़। हम घर परिवार में सभी परिवार जनों के प्रति पवित्र और अच्छे भाव रखें किसी के भी प्रति मन में खारा भाव नहीं रखें चाहे हम खारा नमक खा ले लेकिन दूसरों के प्रति पुण्य परमार्थ का भाव रखें। मन को पवित्र किए बिना शिव भक्ति  सफल नहीं होती है। कभी उसे घर परिवार में मंगल आते हैं ,मंगल बुद्धि का परिचय एक है। यह बात गुरुदेव रुद्रदेव त्रिपाठी (जावद वाले) ने कहीं।वे श्री हरि सत्संग मंडल एवं भक्तगण के तत्वाधान में गोमाबाई रोड स्थित लायन्स डेन सभागार में 11 जुलाई से 6 अगस्त तक आयोजित 27 दिवसीय संगीतमय श्री शिव महापुराण कथा एवं पर्वतीय शिवलिंग पूजन अभिषेक एवं रुद्राक्ष वितरण कार्यक्रम में बोल रहे थे उन्होंने कहा कि और यदि मनुष्य के जीवन में बुद्धि अच्छी हो तो गुरु अपने द्वारा स्वयं चलकर आते हैं। यदि हम ब्रह्मचर्य का पालन पवित्रता के साथ करें तो शुक्र ग्रह की रक्षा स्वयं होती है।

निस्वार्थ भाव से सेवा करें तो भोले बाबा हमेशा साथ रहते हैं। कलयुग में पार्थिव शिवलिंग का पूजन श्रेष्ठ होता है। शिव की भक्ति मंत्र जाप बिना दान के धार्मिक अनुष्ठान सफल नहीं होते हैं। शिव महापुराण पोथी पूजन आरती में प्रेम नारायण गुप्ता राजेंद्र त्रिवेदी घनश्याम सेठिया दिलीप चौबे ,एम एल परिहार, दिलीप दुबे, विजय जोशी, दिनेश लढ़ा, जगदीश माहेश्वरी, मुकेश पोरवाल, शांतिलाल पोरवाल, हरगोविंद दीवान, डॉक्टर अनिल सोनी, बीएल धनोतिया,आदि बड़ी संख्या में श्रद्धालु भक्त उपस्थित थे। आरती के बाद प्रसाद वितरण किया गया। कार्यक्रम की श्रृंखला में सुबह 8 से 8:30 बजे तक वेद पाठ, 9 से 10 बजे तक हवन ,दोपहर 1 से 3 बजे शिव पुराण कथा,  3 से 4:30 बजे तक 27 हजार रुद्राक्ष शिवलिंग पूजन अभिषेक, सोमवार नागपंचमी, प्रदोष, हरियाली अमावस्या पर पार्थिव  पूजन अभिषेक, सवालाख महामृत्युंजय मंत्र जाप,  काल सर्प पूजन हवन शांति सहित विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान आयोजित किए जा रहे हैं।

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