लोकदेवता रुणीजा के नाथ बाबा रामदेव का 25 अगस्त से लगेगा 3 दिवसीय भव्य मेला, तैयारियां जोरों पर,पढ़े भगत मंगरीया की खबर | @NeemuchToday

नीमच टुडे न्यूज़ । चीताखेड़ा -हरनावदा के बीच झील में स्थित अतिप्राचीन लोकदेवता रुणिजा के नाथ पीरों के पीर बाबा रामदेव के अलौकिक मंदिर पर मेला समिति के तत्वावधान में  इस बार आगामी दिवस 24 अगस्त 2025 रविवार से 26 अगस्त 2025 मंगलवार तक लगेगा 3 दिवसीय  73 वां भव्य मेला। मेले में दूर-दूर शहरी एवं ग्रामीण इलाकों से बड़ी संख्या में  मेलार्थियों के पहुंचने की संभावना है। बाबा रामदेव के दिव्य दर्शन मात्र से मांगी गई मनोवांछित मुरादें शीघ्र पूरी हो जाती हैं, कोडियन को काया, अंधन को आंख, बांझन को पुत्र की कृपा बरसाने वाले के चमत्कार से श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती जा रही हैं। बाबा रामदेव के अलौकिक दरबार में  दूरदराज क्षेत्रों से बड़ी संख्या में दुकानदार अपनी दुकानें लेकर आते हैं। मेले में रतलाम, मंदसौर, मल्हारगढ़ ,निंबाहेडा,चित्तौड़गड ,नीमच, जावद सहित कई शहरी क्षेत्रों के  अलावा ग्रामीण क्षेत्रों से भी हजारों की संख्या में श्रद्धालु बाबा के दिव्य दर्शन कर मेले में  मेले का आनंद लेते हैं। कई भक्त अपनी मुरादे पूरी होने पर बाबा के दरबार में  स्वदेशी वाद्य यंत्र ढोलक झांझ मजीरा और हारमोनियम संगीत की स्वरलहरियों  के साथ निशान (ध्वजा) लेकर भजन कीर्तन करते हुए पैदल बाबा की चौखट पर आकर मत्था टेक कर बाबा का धन्यवाद करते हैं। 

 


मेला समिति अध्यक्ष नागेश्वर जावरिया अपनी टीम के साथ मेले को सफल बनाने के लिए रात दिन व्यवस्था में लगे हुए हैं। पीरों के पीर बाबा रामदेव अलौकिक दरबार  की भव्यता बढ़ाने हेतु निर्माण कार्य चल रहा है। वर्तमान में क्षेत्रीय विधायक दिलीप सिंह परिहार ने मंदिर में फर्सीकरण हेतु एक लाख रुपए स्वीकृत किए गए थे जिससे समिति ने फर्सीकरण कार्य भी पूरा कर लिया गया है। दानदाताओं के आर्थिक सहयोग से मुख्य गर्भगृह में मार्बल की टाइले लगाने का कार्य भी पूरा कर लिया है और मंदिर का रंग-रोगन कार्य चल रहा है। बाबा रामदेव दो वर्ष पूर्व एक गुमटीनुमा हुआ करता था आज उसी मंदिर का समिति ने उसका जिर्णोद्धार कार्य शुरू कर भव्य मूर्तरूप दे दिया है। मेला समिति सचिव   शांतिलाल जैन, उपाध्यक्ष भगत मांगरिया, सहित समिति के वरिष्ठ पदाधिकारीयों ने क्षेत्र के समस्त धर्म प्रेमी बंधुओं से अनुरोध किया कि अधिक से अधिक रुप से दानराशि प्रदान कर मूर्तरूप देने में सहयोग प्रदान करें। एवं आगामी दिवस को मेले में पहुंचकर मेले को सफल बनाएं और बाबा के दिव्य दर्शन कर अपने जीवन को धन्य बनाएं।

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